ऐ रात तू मेरे अकेले पन पर इस कदर मत हस
वर्ना तू उस दिस बहुत पछताएगी .
जब मेरी मोहबह्त मेरी बहो में होगी .
ऐ रात तू मेरे अकेले पन पर इस कदर मत हस वर्ना तू उस दिस बहुत पछताएगी . जब मेरी मोहबह्त मेरी बहो में होगी .
Like
2
0 Comments 0 Shares 70 Views